Wednesday, November 27, 2013

Popular cigarette manufacturers ITC and Godfrey Phillips have launched a smaller price packs to revitalize the market after sales plunged more than 30% during April-September due to sharp increase in prices.
ITC, which has over 70% market share approximately Rs 35,000-crore Indian cigarette market, has launched shorter-stick variants of its popular brands such as Gold Flake and Navy Cut nationally, over the last six months after test-marketing such products in select states. The company has launched variants in both the sub-65 mm length, which attracts lower taxes, as well as 69 mm sticks, as compared to the usual 74-84 mm length. 


Godfrey Phillips, maker of brands such as Four Square and Red & White, too is taking a similar route as cigarette sales have stated falling volumes. Cigarette prices have gone up by up to 30% in the last six months due to increase in taxes. (Courtesy: ET).

Monday, November 25, 2013

India has the 2nd highest overworking people with 42 hours a week on an average. Hong Kong is at no: 1 with people working 44 hours a week, according to a survey by global travel agency Expedia Inc.

The reports also suggested that India is 10th most vacation-deprived nation, as employees in India do not take much leaves in order to impress their boss.

Expedia, which conducted an online survey between August and September, where 8,535 respondents from 24 countries participated, said around 63% Indian feel that they are vacation-deprived.

“Indians are second, behind Thailand (22%), in not taking leaves to be in boss’s good books, while 18% of Indians don’t use all the leaves because they fear that taking all of the vacation time will be perceived negatively by their employer,” said survey.

Interestingly, reports also adds that Indian also prefer receiving money in exchange for unused holidays followed by Brazil with 30& people preferring money over vacation.

Indians also prefer getting money in exchange for unused holidays, with 37% of the employed adult population, the highest in the world, opting for it. Brazil follows India with 30% of employed people preferring money over holidays.

Reports delineate, “Indians want to feel important. They want to be present in all key decisions of the company, with 25% of employed people cancelling vacation due to this reason.”
“Ninety four percent Indians at least sometimes check work email even on vacation, which is the highest in the world, followed by France (93%), Thailand (92%), Malaysia (91%) and Mexico (91%),” mentions study.


“In India, people still lag behind when it comes to completely letting go during their vacation. Not just this, even during regular days, Indians work for more hours than other countries with 38% people working for 41-50 hours a week. This shows the need for a better work-life balance,” said Vikram Malhi, general manager, South and Southeast Asia, Expedia India.

Thursday, November 21, 2013


The Delhi locals are finding themselves in difficult situation, as the Delhi High Court has directed state government to conduct a toxicity test on vegetables.
The alarm was first raised by NGO Consumer Voice in 2010. The test conducted by the Consumer Voice revealed that vegetables and fruits that Delhi people eat everyday are exceptionally toxic, with chemical content that could cause serious health complications. However, the state government washed away the report and said that the NGO’s figures are highly exaggerated.
It has also asked a court-appointed expert committee as well as amicus curiae (assistant to the court) for a much larger sample to be tested and also a checklist of preventive measures, reported Daily Mail UK.
The court's order came on November 6, the last date of hearing in the matter. The order followed a proposal by the Delhi government that the pesticide content present in fruits and vegetables being sold in Delhi falls under permissible parameters and that they were not injurious.
Consumer Voice found that pesticides like chlordane, endrin and heptachlor (which can lead to serious neurological complications, kidney destruction and skin diseases) were profusely being used in fruits and vegetables delivered across Delhi.

The chemicals are used as growing and colouring agents. It also believed that toxins found on the vegetables and fruits had the fatal prospective to cause cancer.
The NGO found numerous debarred pesticides too, and the ratio of certain pesticides was 750 times that of European principles.

The court's own panel of specialists had told the HC that it had been to markets in Kotla, Mayur Vihar, Sarojini Nagar, INA, Defence Colony, Vasant Vihar and Lodhi Estate and found pesticides, toxic colours and hormones existing in the samples it had checked.

The court had ordered an examination of fruits and vegetables for pesticides content during hearing a PIL on May 29.

Consumer Voice In News for Pesticides Issue In Vegetables:

Wednesday, November 20, 2013


देश में हर साल नोटों को काफी अधिक संख्या में बर्बाद किया जा रहा है। भारत सरकार को प्रत्येक वर्ष लगभग 2 हजार करोड़ रुपयों का नुकसान हो रहा है।

हर साल देश में नोटों की संख्या जरूरतों के हिसाब से बरकरार रखने के लिए आरबीआई नए नोटों को छापती रहती है। मगर प्रत्येक साल नोटों की संख्या घट जाती है, जिससे सरकार को करोड़ों का नुकसान झेलना पड़ता है।

भारत में नोटों को गंदा करने की लोगों को काफी गलत आदत लगी हुई है। लोग नोटो पर नाम, आकड़ा या कोई भी निशान बना देते है और कई बार तो इसको बुरी तरह रंग देते हैं। इन हरकतों से कई बार नोटों को पहचानना भी मुश्किल हो जाता है।

कई देशों में इस तरह के हरकतों पर प्रतिबंध लगा हुआ है और बैंक गंदे नोटों को लेने से साफ मना कर देते हैं। अमेरिका और ब्रिटेन में नोटों पर कुछ भी लिखने या फिर गंदा करने पर प्रतिबंध लगा हुआ है। वहां के नागरिक भी इस जिम्मेदारी को ठीक तरह से निभाते हैं इसलिए डॉलर या पौंड नोटों पर किसी भी तरह की गंदगी देखने को नहीं मिलती है।

आरबीआई ने भारतीय मुद्रा को साफ-सुथरा बनाए रखने के लिए 7 नवंबर 2001 को क्लीन नोट पॉलिसी लागू की थी। मगर इस कानून का कड़ाई से पालन न होने की वजह से नोटों की बर्बादी लगातार होती चली आ रही है।

अब यह नियम भारत में भी लागू होने जा रहा है। भारतीय रिजर्व बैंक के नए मानकों के अनुसार एक जनवरी 2014 से नोट पर कुछ भी लिखा पाया गया तो इसे रद्दी माना जाएगा। इन नोटों को न ही बाजार में चलाया जा सकेगा और न ही इसे बैंक में स्वीकार किया जाएगा। ऐसे नोटों की कोई कीमत नहीं रह जाएगी।

इस नुकसान पर लगाम लगाने के लिए भारतीय रिजर्व बैंक ने सख्त कदम उठाने का फैसला किया है। नए मानकों को बनाते हुए आरबीआई ने सभी बड़े-छोटे बैकों को आदेश दिया है कि वो इसका सख्ती से पालन करें।

आरबीआई ने सभी बैंको से ये भी सुनिश्चित करने को कहा है की सारे गंदे नोट साल के अंत तक अलग कर दिए जाएं। एक जनवरी 2014 से बैंकों से न तो गंदे नोट जारी किए जाएं और न ही जमा किए जाएं।

इस नियम के सख्ती से पालन होने पर लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ सकता है। क्योंकि बाजार में लिखे हुए और गंदे नोटों की संख्या बहुत ज्यादा है।

Friday, November 15, 2013



एक स्थानीय कंज्‍यूमर फोरम ने दिल्ली मेट्रो रेल निगम (डीएमआरसी) को एक शख्स को 10,000 रुपये हर्जाना देने का आदेश दिया है. उस व्‍यक्ति का अंगूठा यात्रियों के सामान की जांच के लिए इस्तेमाल की जाने वाली एक्स-रे मशीन में फंसकर जख्मी हो गया था. गौरतलब है कि मेट्रो ट्रेन में सवार होने से पहले यात्रियों को अपना सामान एक्स-रे मशीन से गुजारना होता है. पूर्व जिला उपभोक्ता विवाद निपटान फोरम ने राजीव चौक मेट्रो स्टेशन के स्टेशन मास्टर की नोटिंग पर भरोसा करते हुए पाया कि शिकायतकर्ता को उचित सेवा मुहैया कराने में डीएमआरसी ने लापरवाही की. जिस घटना के सिलसिले में डीएमआरसी को हर्जाने के भुगतान का फरमान जारी किया गया है, वह दो साल पहले राजीव चौक मेट्रो स्टेशन पर हुई थी. स्टेशन मास्टर ने अपनी नोटिंग में साफ तौर पर लिखा था कि उसने एक्स-रे मशीन की जांच की थी और पाया था कि पहले रॉलर और कन्वेयर बेल्ट के बीच की जगह बहुत कम थी और यदि कोई इस खाली जगह में अपना अंगूठा रखता तो उसका अंगूठा इसमें खिंचा चला आता. नोटिंग में यह भी कहा गया कि सुरक्षा नियंत्रण कक्ष को तुरंत कहा गया था कि वह मैकेनिक बुलाकर उस खाली जगह को थोड़ा बड़ा करे ताकि ऐसी घटना रोकी जा सके. एन.ए. जैदी की अध्यक्षता वाली पीठ ने कहा, ‘विस्तृत चर्चा और उपरोक्‍त कथन पर विचार करते हुए हमने पाया कि शिकायतकर्ता को उचित सेवा मुहैया कराने में डीएमआरसी का रवैया लापरवाही भरा था. हम आदेश देते हैं कि डीएमआरसी शिकायतकर्ता को 10,000 रुपये का भुगतान करे, क्योंकि उन्हें मानसिक परेशानी उठानी पड़ी.’ पूर्वी दिल्ली के रहने वाले एस.एल. भारद्वाज की शिकायत पर फोरम ने यह आदेश दिया. डीएमआरसी ने अपने बचाव में दलील दी थी कि शिकायतकर्ता का अंगूठा इस वजह से चोटिल हुआ क्योंकि उन्होंने रॉलर पर बाहर की ओर अपने बैग के आने का इंतजार करने की बजाय अपना हाथ मशीन में डाल दिया. बचाव में डीएमआरसी की ओर से यह भी कहा गया कि शिकायतकर्ता को घटना के तुरंत बाद फर्स्‍ट एड भी मुहैया कराया गया था और उनसे यह भी कहा गया था कि उन्हें अस्पताल ले जाने के लिए एंबुलेंस की सेवा भी दी जा सकती है पर उन्होंने यह सेवा लेने से इंकार कर दिया.

The inflation has gripped the consumer market, as the prices of daily use products like food items, footwear, film tickets, and medicines have witnessed a sharp rise in October, recording retail inflation to 10.09%.

Prices of onions and tomatoes have gone into double digits for the first time in seven months, as Indian consumers are paying the highest price in recent times, observed Consumer Voice, an NGO working for consumer awareness.

Thursday, November 7, 2013

बीएसएनएल ने थ्री जी सेवा टू जी कनेक्शनों पर भी शुरू कर दी है। यानी आप टू जी कनेक्शन पर थ्री जी की सुविधाओं का फायदा ले सकते हैं। वह भी बगैर किसी अतिरिक्त शुल्क के। बस आपके पास थ्री जी मोबाइल सेट होना चाहिए। फिलहाल यह सुविधा शहरी क्षेत्रों तक सीमित थी। हिसार एसएसए में यह सुविधा हिसार, सिरसा, फतेहाबाद, हांसी और टोहाना में उपलब्ध है। ग्रामीण इलाकों के उपभोक्ता भी शहरी टावर की रेंज में आते ही इस सुविधा का लाभ उठा सकते हैं। 70 पैसे में वीडियो कॉल थ्री जी सुविधा के जरिये आप 70 पैसे प्रति मिनट के हिसाब से लोकल वीडियो कॉल कर सकते हैं। टू जी पर सामान्य कॉल 59 पैसे प्रति मिनट है। एसटीडी वीडियो कॉल एक रुपये प्रति मिनट है। टू जी पर सामान्य कॉल 69 पैसे प्रति मिनट है।

As clinical trials (testing on humans) has virtually halted, the govt. is making an effort to make the relevant policy more pragmatic. The advantage of the new policy, sources said, is that the time required for drug development can be reduced and new medicines can be launched faster: India does'nt have enough capacity to deal with the requirements of Phase I and Phase II trials, often adding to delays and cases of misconduct by the investigators. Experts said the new policy will give an option to drug innovators to shift trials to countries like Europe, U.S., Canada, China, Malaysia and Turkey which not only have greater expertise in conducting phase I and II trials, but also have shorter turnaround times.

Tuesday, November 5, 2013


This Diwali, consumer goods brands across categories are striking gold. Brands like Apple, Samsung, Nestle and Ferrero are hitting new highs in sales, with products coloured various shades of gold, which marketers say Indian consumers associate with being premium.

Check this out: Apple's iPhone 5s in the gold version sold out within minutes of its launch, and received the maximum number of advance bookings. If that's not enough, the model is now being resold by smaller neighbourhood retailers who have hoarded stock, and on websites like eBay, at Rs 10,000- Rs 15,000 premium. Last week, Apple's rival Samsung too joined the 'gold' rush by launching its costliest smartphone ever in India, the golden-colour Samsung Galaxy Golden which, the company says, has sold beyond its expectations.